हरिद्वार के बहदराबाद स्थित ATS सेंटर पर हुए सघन निरीक्षण ने फिटनेस प्रक्रिया की खामियों को उजागर कर दिया। ARTO (प्रशासन) निखिल शर्मा ने संभावित निरीक्षक आनंद वर्धन के साथ मौके पर पहुंचकर न सिर्फ फिटनेस टेस्टिंग की वास्तविक स्थिति की जांच की, बल्कि स्टाफ को कड़े निर्देश भी दिए। निरीक्षण का अंदाज़ साफ था—ढिलाई नहीं, समझौता नहीं, और वाहन जांच में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं।
फिटनेस जांच में बड़ा खुलासा—28 में से 10 वाहन अनफिट घोषित
निरीक्षण के दौरान सेंटर पर खड़े वाहनों की एक-एक कर बारीकी से जांच की गई। तकनीकी टीम ने 28 वाहनों का परीक्षण किया, जिनमें से 10 वाहनों ने फिटनेस मानकों की धज्जियां उड़ा दीं और उन्हें मौके पर ही अनफिट घोषित कर दिया गया।
यह स्पष्ट संकेत था कि कई वाहन ऑपरेटर फिटनेस प्रक्रिया को महज औपचारिकता मानकर सड़क सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे वाहनों का सड़क पर उतरना सीधे तौर पर दुर्घटना, प्रदूषण और यातायात जोखिम को बढ़ाता है।
ARTO निखिल शर्मा ने इस गंभीर स्थिति पर अपनी नाराज़गी जताते हुए स्टाफ को सख्त निर्देश दिए—
“फेल फिटनेस रिपोर्ट पोर्टल पर समय से और पूरी स्पष्टता के साथ अपलोड की जाए। रिकॉर्ड में किसी प्रकार की गड़बड़ी या हेरफेर पाए जाने पर कार्रवाई तय है।”

