अल्मोड़ा ज़िले के सोमेश्वर थाना क्षेत्र में बीती रात एक अनोखा ‘रोमांचक’ दृश्य देखने को मिला—जहां एक कैंटर धू-धू कर जल रहा था और शराब लपटों में समा रही थीं। पथरिया-मजखाली मार्ग पर जलते वाहन की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड हरकत में आई, लेकिन जब तक आग बुझी, गाड़ी तो राख हो चुकी थी, हां… मगर शराब की ‘खुशबू’ अब भी हवा में तैर रही थी।
थानाध्यक्ष कश्मीर सिंह की टीम ने मौके पर जो देखा, वो किसी “अंडरवर्ल्ड फिल्म” के सीन से कम न था। अंग्रेजी शराब की पेटियों का अंबार, जिनमें से कई जलकर खाक हो चुकी थीं, और जो बचीं, उन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया। कुल 840 बोतलें, 168 अध्धे और 8208 पव्वे… यानी शराब के लोकतांत्रिक वितरण की पूरी तैयारी थी।
शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि ये ‘शराब एक्सप्रेस’ चुनावी मैदान में उतरने वाले मतदाताओं के मूड को ‘नम’ करने निकली थी, लेकिन किस्मत ने पासा पलट दिया। अब सवाल ये है कि क्या ये आग सिर्फ गाड़ी में लगी थी, या प्रशासन की आंखें भी धुंआ धुंवा हो गई हैं?
वाहन चालक और तस्करी में शामिल अन्य ‘लोकतंत्र प्रेमी’ अभी भी फरार हैं। पुलिस तलाश में जुटी है, पर आम जनता को ये चिंता सताने लगी है कि कहीं शराब की यह होली आने वाले मतदान में ‘जनादेश’ को न भिगो दे।
जिसमें कैंटर नंबर uk04 सीसी 1994 से आग की लपटे उठ रही थी व धू धू करके जल रहा था। जिसे पुलिस टीम द्वारा बुझाने का काफी प्रयास किया गया,परंतु आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड रानीखेत को सूचना दी गई, फायर ब्रिगेड द्वारा बमुश्किल आग पर काबू पाया गया। जिसमें कैंटर पूर्णतः जल चुका था तथा उसमें रखी हुई शराब की पेटियां भी जलकर नष्ट हो गई थी। कैंटर से शेष बची अंग्रेजी शराब मैकडॉवेल no 1 whisky की 840 बोतल,168 अध्धे, 8208 पव्वे बरामद किये गये। बरामद शराब के संबंध में थाना सोमेश्वर में धारा 60 /72 आबकारी अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। संलिप्त अभियुक्त की तलाश की जा रही है।
1-थानाध्यक्ष कश्मीर सिंह
2-अपर उप निरीक्षक प्रेम सिंह खोलिया
3-हेड कांस्टेबल अमीरचंद
4-हेड कांस्टेबल हरीश आर्य
5- हेड कांस्टेबल जितेंद्र मेहता
6-कांस्टेबल नीरज मेहरा
7-कांस्टेबल गोरखनाथ
8-होमगार्ड हरीश सिंह
9-होमगार्ड अली अहमद