By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Devbhumi DiscoverDevbhumi DiscoverDevbhumi Discover
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • क्राइम
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • पर्यटन
  • E-Paper
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
Search
Recent Posts
  • PF वेतन सीमा बढ़ेगी या नहीं? संसद में उठे सवाल पर श्रम मंत्री ने साफ की स्थिति
  • ब्रह्मोस वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल आठ साल बाद दोषमुक्त, देशद्रोह का कलंक मिटा
  • जनसंवाद से लेकर बैडमिंटन तक, बागेश्वर में दिखे सीएम धामी
  • शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा, सरकार व यूपीसीएल के विशेष प्रयास
  • पर्यटन, जैविक उत्पाद एवं जनसेवा कार्यों में पारदर्शिता और गति लाने पर विशेष फोकस
  • Advertise
© 2023 Devbhumi Discover. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: ब्रह्मोस वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल आठ साल बाद दोषमुक्त, देशद्रोह का कलंक मिटा
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Devbhumi DiscoverDevbhumi Discover
Font ResizerAa
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • क्राइम
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • पर्यटन
  • E-Paper
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
Search
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • क्राइम
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • पर्यटन
  • E-Paper
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
Follow US
  • Advertise
© 2023 Devbhumi Discover. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Devbhumi Discover > उत्तराखण्ड > ब्रह्मोस वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल आठ साल बाद दोषमुक्त, देशद्रोह का कलंक मिटा
उत्तराखण्ड

ब्रह्मोस वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल आठ साल बाद दोषमुक्त, देशद्रोह का कलंक मिटा

Devbhumi Discover
Last updated: December 7, 2025 1:52 pm
Devbhumi Discover
Share
3 Min Read
SHARE

रुड़की।

रुड़की (उत्तराखंड) के 27 वर्षीय युवा और ब्रह्मोस एयरोस्पेस नागपुर में वैज्ञानिक रहे निशांत अग्रवाल को आठ साल पुराने जासूसी और तकनीक लीक के मामले में अदालत ने दोषमुक्त कर दिया है। इसी के साथ उनके माथे पर लगा देशद्रोह का कलंक भी पूरी तरह मिट गया है। गिरफ्तारी के समय वह अपने साथियों के साथ ब्रह्मोस मिसाइल तकनीक पर काम कर रहे थे और कुछ ही दिन पहले डीआरडीओ ने उन्हें यंग साइंटिस्ट अवार्ड दिया था।

8 अक्तूबर 2018 की सुबह उनके परिवार पर किसी काली रात की तरह टूटी। यूपी और महाराष्ट्र एटीएस ने तड़के साढ़े चार बजे उनके घर पहुंचकर तलाशी ली, लैपटॉप और मोबाइल कब्जे में लिए और पाकिस्तान को ब्रह्मोस की तकनीक लीक करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से महज साढ़े पाँच माह पहले ही उनका विवाह हुआ था। पत्नी और मां के लिए यह समय अघोषित जेल जैसा रहा, जो पूरे आठ साल तक चला।

निशांत अग्रवाल की पत्नी क्षितिजा अग्रवाल, जो इस समय रुड़की नेहरू नगर स्थित ससुराल में अपनी सास रितु अग्रवाल के साथ रह रही हैं, बताती हैं कि निशांत ने 2013 में नागपुर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस में बतौर वैज्ञानिक ज्वाइन किया था। गिरफ्तारी से ठीक कुछ समय पहले उन्हें दिल्ली में DRDO का Young Scientist Award मिला था। लेकिन 8 अक्तूबर की सुबह एटीएस अचानक घर पहुंची और बिना कुछ समझाए निशांत को हिरासत में ले गई।

लगभग नौ महीने बाद नागपुर सेशन कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हुई। इसके बाद छह साल तक बेहद कठिन समय बीता। तीन जून 2024 को सेशन कोर्ट ने उम्मीद के विपरीत निशांत को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, जिससे परिजन पूरी तरह टूट गए। परिवार को भरोसा था कि फोरेंसिक जांच में भी तकनीक लीक करने का कोई सबूत नहीं मिला है।

हताश न होकर परिवार ने हिम्मत जुटाई और हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अंततः सच की जीत हुई और मुंबई हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने निशांत को बरी कर दिया। अदालत में यह भी साबित नहीं हुआ कि किसी भी तरह का डाटा उनके लैपटॉप से ट्रांसफर हुआ था। ट्रेनिंग के दौरान का कुछ यूजलेस टेक्निकल मैटेरियल उनके सिस्टम में मिला था, जिसे आधार बनाकर आरोप लगाए गए थे।

निशांत की मां ऋतु अग्रवाल भावुक होकर कहती हैं—“बेटे को सजा मिलने के बाद सांस तो ले रही थी, लेकिन जिंदा नहीं थी। बस यही भरोसा था कि एक दिन मेरा बेटा जरूर घर आएगा।”

आठ साल बाद यह भरोसा आखिरकार सच साबित हुआ और परिवार में फिर खुशियां लौट आईं।

You Might Also Like

PF वेतन सीमा बढ़ेगी या नहीं? संसद में उठे सवाल पर श्रम मंत्री ने साफ की स्थिति

जनसंवाद से लेकर बैडमिंटन तक, बागेश्वर में दिखे सीएम धामी

शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा, सरकार व यूपीसीएल के विशेष प्रयास

पर्यटन, जैविक उत्पाद एवं जनसेवा कार्यों में पारदर्शिता और गति लाने पर विशेष फोकस

खाद्य तेल के री-यूज़ पर धामी सरकार की सख्ती, RUCO मिशन तेज

TAGGED:after eight yearsBrahMos scientistNishant Agarwal acquittedtreason charges cleared
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article जनसंवाद से लेकर बैडमिंटन तक, बागेश्वर में दिखे सीएम धामी
Next Article PF वेतन सीमा बढ़ेगी या नहीं? संसद में उठे सवाल पर श्रम मंत्री ने साफ की स्थिति
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100FollowersLike
100FollowersFollow
100FollowersFollow
100SubscribersSubscribe
4.4kFollowersFollow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर सीएम धामी ने दी शुभकामनाएं
उत्तराखण्ड December 7, 2025
कुंभ 2027 में देवडोलियों के दिव्य स्नान और भव्य शोभायात्रा: सीएम धामी
उत्तराखण्ड December 7, 2025
संविदा समेत विभिन्न श्रेणी के कार्मिकों के विनियमितीकरण नियम 2025 जारी
उत्तराखण्ड December 6, 2025
हरिद्वार अस्पताल में शर्मनाक लापरवाही, शव को चूहे खा गए
उत्तराखण्ड December 6, 2025
Devbhumi DiscoverDevbhumi Discover
Follow US
© 2023 Devbhumi Discover. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?