देहरादून।
सड़कों पर घूम रहे 27000 आवारा पशु बन रहे सरकार के लिए बड़ी चुनौती
उत्तराखंड में आवारा पशुओं की समस्या वैसे तो कोई नई बात नहीं है, लेकिन अब ये सरकार के लिए चुनौती बनती नजर आ रही है। स्थिति यह है कि प्रदेश में अब 27,000 के करीब आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं जिसके कारण यातायात की समस्या होने के साथ ही सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। इसको लेकर पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि प्रदेश में आवारा पशु बहुत बड़ी समस्या है, लेकिन उत्तराखंड पहला प्रदेश है पूरे देश में जिसने एक पॉलिसी स्वीकृत की जिसमें पशुपालन विभाग , शहरी विकास विभाग ओर पंचायती राज विभाग ने मिलकर ये संयुक्त प्रयास किया है जहां जिलाधिकारियों को पावर दी गई है कि कोई भी सरकारी भूमि को गौशाला के उपयोग के लिए ले सकते है और गौशाला का निर्माण सरकार करेगी उसके बाद जितने भी पशु सड़कों पर हैं उन्हें वहां रखा जाएगा उनका पालन पोषण पशुपालन विभाग करेगा। उन्होंने बताया कि अभी तक 62 नई गौशाला के प्रस्ताव आए हैं जिसने 15 पर काम पूरा होने जा रहा है। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द ये नई गौशालाएं तैयार की जाए और 27000 जानवर जो सड़कों पर हैं उन्हें इन गौशालाओं में रखा जाए।
सौरभ बहुगुणा, पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री, उत्तराखंड