देहरादून।
प्रदेश में कुपोषित बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी
केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से कुपोषण को खत्म करने व महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार के लिए कई योजनाएं चलाई जाने के बावजूद हाल ही में चिंतित करने वाले आंकड़े सामने आए थे जिसमें कहा गया कि उत्तराखंड में चार साल में अति कुपोषित बच्चों की संख्या ढाई गुना बढ़ गई है। अब इसमें कमी लाने के लिए क्या काम किया जा रहा है इसको लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुपोषित बच्चों में दो कारण हो सकते हैं एक पोषण की कमी दूसरा किसी विटामिन मिनरल की कमी ।इसमें स्वास्थ्य विभाग विटामिन मिनरल की दिशा में काम करता है वहीं पोषण किट्स का वितरण आईसीडीएस विभाग के द्वारा टेक होम राशन देकर किया जाता है । उन्होंने कहा कि प्रदर्श में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है जहां टीम्स जाती है जांच करती है और कोई कमी पाई जाती है तो सप्लीमेंट उपलब्ध कराते है जिसके जरिए कुपोषित बच्चों में कमी आ सके ।