By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Devbhumi DiscoverDevbhumi DiscoverDevbhumi Discover
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • क्राइम
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • पर्यटन
  • E-Paper
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
Search
Recent Posts
  • चाइल्ड फ्रेंडली सुविधाओं संग जिला प्रशासन का आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर बना शिक्षा सुधार का मॉडल
  • जिला पंचायत की बैठक में विकास योजनाओं को रफ्तार देने पर जोर
  • रुड़की हत्याकांड का खुलासा: प्रेम-त्रिकोण बना 18 वर्षीय युवक की मौत की वजह
  • ईगास-बग्वाल पर होगी रजत जयंती वर्ष की शुरुआत, 1 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास में मुख्य समारोह
  • राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंड को बड़ा तोहफ़ा, पीएम मोदी 9 नवंबर को देंगे देहरादून में उपस्थिति
  • Advertise
© 2023 Devbhumi Discover. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Reading: उत्तरकाशी आपदा: जेवर-रेको डिटेक्टर मशीनें मलबे में तलाश रहीं जिंदगी, धराली गांव के ऊपर लगाया वॉर्निंग सिस्टम
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Devbhumi DiscoverDevbhumi Discover
Font ResizerAa
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • क्राइम
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • पर्यटन
  • E-Paper
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
Search
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • क्राइम
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • पर्यटन
  • E-Paper
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
Follow US
  • Advertise
© 2023 Devbhumi Discover. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Devbhumi Discover > उत्तराखण्ड > उत्तरकाशी आपदा: जेवर-रेको डिटेक्टर मशीनें मलबे में तलाश रहीं जिंदगी, धराली गांव के ऊपर लगाया वॉर्निंग सिस्टम
उत्तराखण्ड

उत्तरकाशी आपदा: जेवर-रेको डिटेक्टर मशीनें मलबे में तलाश रहीं जिंदगी, धराली गांव के ऊपर लगाया वॉर्निंग सिस्टम

Devbhumi Discover
Last updated: August 12, 2025 8:00 am
Devbhumi Discover
Share
3 Min Read
SHARE

उत्तरकाशी आपदा: जेवर-रेको डिटेक्टर मशीनें मलबे में तलाश रहीं जिंदगी, धराली गांव के ऊपर लगाया वॉर्निंग सिस्टम

बचाव दल चार दिनों से जेवर और रेको डिटेक्टर मशीनों की मदद से मलबे में दबे लोगों को ढूंढने में लगे हुए हैं। वहीं एनडीआरएफ ने धराली गांव के ऊपर एक वार्निंग सिस्टम स्थापित की है।

बचाव दल चार दिनों से जेवर और रेको डिटेक्टर मशीनों की मदद से मलबे में दबे लोगों को ढूंढने में लगे हुए हैं। वहीं एनडीआरएफ ने धराली गांव के ऊपर एक वार्निंग सिस्टम स्थापित की है।

उपयोग की जा रही ये मशीनें

जेवर और रेको डिटेक्टर मशीनें : इन मशीनों का इस्तेमाल आमतौर पर बर्फ से ढके क्षेत्रों में लोगों को खोजने के लिए किया जाता है। ये मशीनें किसी भी दबे हुए व्यक्ति के पास मौजूद मोबाइल फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के सेंसर को पकड़ती हैं। जेवर मशीन लगभग 20 मीटर तक की गहराई में पता लगा सकती है। वहीं रेको मशीन 8 से 10 मीटर की गहराई तक काम कर सकती है। हालांकि धराली में मलबे की अत्यधिक मात्रा के कारण इन मशीनों से अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

वहीं, धराली में एनडीआरएफ के कंट्रोल रूम के साथ इंसीडेंट कमांड पोस्ट स्थापित हो गई है। आपदा प्रभावित क्षेत्र को इंसीडेंट कमांडर ने सेक्टर में बांट दिया है। वहीं, अब तक आपदा प्रभावित क्षेत्र से करीब 1300 लोगों को निकाला जा चुका है। प्रशासन का मानना है कि फंसे हुए करीब सभी लोगों को निकाल लिया गया है।

इसमें सेक्टर-ए की जिम्मेदारी एनडीआरएफ, सेक्टर-बी की जिम्मेदारी सेना, सेक्टर-सी की जिम्मेदारी एसडीआरएफ, सेक्टर-डी की जिम्मेदारी आईटीबीपी को सौंपी गई है। रोड सेक्टर की जिम्मेदारी लोनिवि, बीआरओ तथा बीजीबी रुड़की को सौंपी गई है। सोमवार कासे 635 पैकेट सूखे राशन के भेजे गए हैं

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हर्षिल में एयरटेल, जीओ, बीएसएनएल की मोबाइल कनेक्टिविटी बहाल कर दी गई है। हर्षिल में माइक्रो हाइड्रो इलेक्ट्रिक परियोजना में विद्युत उत्पादन बहाल होने के साथ ही पावर हाउस तक बिजली आ रही है। मौके पर एनडीआरएफ के छह तथा एसडीआरएफ के चार ड्रोन से निगरानी की जा रहा है। वहीं, मौसम खराब होन के कारण यूकाडा के हेलिकाप्टर उड़ान नहीं भी सके हैं।

You Might Also Like

चाइल्ड फ्रेंडली सुविधाओं संग जिला प्रशासन का आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर बना शिक्षा सुधार का मॉडल

जिला पंचायत की बैठक में विकास योजनाओं को रफ्तार देने पर जोर

रुड़की हत्याकांड का खुलासा: प्रेम-त्रिकोण बना 18 वर्षीय युवक की मौत की वजह

ईगास-बग्वाल पर होगी रजत जयंती वर्ष की शुरुआत, 1 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास में मुख्य समारोह

राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंड को बड़ा तोहफ़ा, पीएम मोदी 9 नवंबर को देंगे देहरादून में उपस्थिति

TAGGED:are searchingfor life in the rubbleinstalled over Dharali villageJewar-Reco detectormachinesUttarkashi disaster:warning system.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article भारी बारिश अलर्ट पर बद्रीनाथ, हेमकुंड और केदारनाथ यात्रा तीन दिन रोकी गई
Next Article रिश्ता तय होने पर प्रेमी युगल ने ट्रेन के आगे लगाई छलांग, एक की मौत, एक गंभीर
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

100FollowersLike
100FollowersFollow
100FollowersFollow
100SubscribersSubscribe
4.4kFollowersFollow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

विधानसभा विशेष सत्र की तैयारियों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक
उत्तराखण्ड October 30, 2025
15 नवंबर को राज्यभर में भूकंप मॉक ड्रिल, सीएम धामी के निर्देश पर यूएसडीएमए की तैयारी शुरू
उत्तराखण्ड October 30, 2025
सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर सीबीसी नैनीताल ने की कार्यक्रम की शुरुआत
उत्तराखण्ड October 30, 2025
मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ में किया 85.14 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
उत्तराखण्ड October 30, 2025
Devbhumi DiscoverDevbhumi Discover
Follow US
© 2023 Devbhumi Discover. All Rights Reserved. | Designed By: Tech Yard Labs
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?