उत्तराखण्ड में पर्यटन की अपार संभावाएं हैं, इन संभावनों को आजीविका से जोड़ते हुए बागेश्वर की जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने विशेष पहल शुरू की है। जिलाधिकारी की पहल पर बागेश्वर-मुनस्यारी-पिथौरागढ को जोडने वाले सड़क मार्ग पर शामा-लीती क्षेत्र में हार्टी टूरिज्म के नए मॉडल को विकसित किया जा रहा है। शामा-लीती क्षेत्र सब्जी, फल-फूल उत्पादन से परिपूर्ण होने के साथ ही अब कीवी उत्पादन में भी अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। क्षेत्र के 12 काश्तकारों द्वारा एक से दो एकड़ भूमि में एलिसन, हैवार्ड, मौन्टी, बून्नो आदि उन्नत प्रजाति कीवी का उत्पादन किया जा रहा है। कीवी उत्पादन योजना में 80 प्रतिशत सरकारी सहायता पर रूपये 9.60 लाख की छूट दी जाती है, शेष 2.40 लाख धनराशि किसान को वहन करना होता है। कीवी उत्पादन क्षेत्र की ट्री-एंगिल, ड्रीप सिंचार्इ, मचिंग सीट घेरबाड आदि पूर्ण रूप से बगीचों को सुरक्षित विभाग द्वारा किया जाता है. साथ ही तकनीकि सहायता भी विभाग द्वारा दी जाती है। गतवर्ष कीवी का उत्पादन 600 क्विंटन से अधिक का उत्पादन हुआ।
बागेश्वर को बनाया जा रहा ‘हार्टी टूरिज्म’ डेस्टिनेशन
जिलाधिकारी बागेश्वर अनुराधा पाल ने बताया कि बागेश्वर जिले का शामा-लीती क्षेत्र अद्भुद नैसर्गिग सौंदर्य से परिपूर्ण है, इस इलाके में पूरे साल पर्यटकों की इस सड़क मार्ग से गुजरते हैं । जिलाधिकारी ने बताया कि शामा व लीती क्षेत्र को प्राकृतिक पर्यटन के साथ ही क्षेत्र को औद्यानिक पर्यटन के रूप में विकसित किया जा रहा है, ताकि इस रूट पर यात्रा करने वाले सैलानी नैसर्गिक सौन्दर्य के साथ ही औद्यानिक पर्यटन का आनन्द उठा सकें। जनपद की कीवी का आकार व गुणवत्ता को देखकर आजादपुर मंडी दिल्ली व लखनऊ मंडी के आढती स्वंय क्षेत्र में आकर 180 से 240 रूपये प्रति किलोग्राम की दर पर खरीद की गयी। क्षेत्र के काश्तकारों द्वारा कीवी, बैमौसमी सब्जी व फूल उत्पादन के साथ ही मत्स्य विभाग के सहयोग से ट्राउट मत्स्य फार्मिंग भी की जा रही है। वहीं सैलानियों के रूकने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा दीनदयाल आवासीय योजना के अंतर्गत होम-स्टे बनाए जा रहे है, ताकि सैलानी होम-स्टे में रूक कर घर के बाहर घर जैसा अनुभव कर सकें व पहाडी व्यंजनों का लुफ्त उठा सकें। जनपद में पंजीकृत 149 होम-स्टे संचालित है, जिसमें से शामा-लीती गोगिना में लगभग 35 होम-स्टे संचालित है। जिलाधिकारी की पहल से क्षेत्र के काश्तकारों की आर्थिकी मजबूत हो रही है।