उत्तराखंड राज्य के 12वें पुलिस महानिदेशक के रूप में आईपीएस अभिनव कुमार ने कमान ले ली है, यूं तो अभिनव किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं लेकिन यह बात बहुत कम लोगों को पता होगी कि अभिनव कुमार एक पत्रकार से पुलिस अफसर बने, देश दुनिया में प्रसिद्ध देहरादून स्थित दून स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने और हार्डवर्ड यूनिवर्सिटी जैसे अंतरराष्ट्रीय शिक्षण संस्थान से पासआउट होने वाले अभिनव कुमार का ये सफ़र बेहद दिलचस्प रहा। अभिनव कुमार के करियर की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में हुई दिसंबर 1994 से अप्रैल 1995 तक कॉपीराइटर एचटीए दिल्ली के साथ काम की शुरुआत की , अभिनव कुमार अप्रैल 1995 से दिसंबर 1996 तक इंडिया टुडे पत्रिका में पत्रकार रहे। इसमें पहला साल उन्होंने उप-संपादक के रूप में बिताया और उसके बाद दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय मामलों और अपराध को कवर करने वाले एक रिपोर्टर/शोधकर्ता के रूप में काम किया।। इंडिया टुडे के साथ कार्यकाल में उन्होंने अपने लेखन और विश्लेषणात्मक कौशल को तेज किया। जिसके परिणामस्वरूप उन्हें मीडिया के कामकाज की अच्छी समझ हुई। एक आईपीएस अधिकारी के रूप में अपने काम के दौरान इस अनुभव ने उन्हें अच्छी स्थिति में रखा।
उत्तराखंड ने नवनियुक्त DGP अभिनव कुमार के अनुसार आईपीएस अधिकारियों के लिए निर्धारित प्रशिक्षण के अनुसार तत्कालीन अविभाजित राज्य उत्तर प्रदेश में अपनी सेवा शुरू करने से पहले उन्होंने देश भर में विभिन्न स्थानों पर दो साल का प्रशिक्षण लिया।अक्टूबर 1999 से फरवरी 2001 तक एएसपी देहरादून ने सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में देहरादून में कार्य किया। नवंबर 2000 में नया उत्तराखंड राज्य बनाया गया और जहाँ से अभिनव कुमार ने अपनी सेवा जारी रखने का विकल्प चुना और उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।फरवरी 2001 से अप्रैल 2002 तक एसपी पौडी गढ़वाल के रूप में कार्य किया। अभिनव द्वारा दो भर्ती अभियान चलाए और फरवरी 2002 में उत्तराखंड राज्य के पहले विधानसभा चुनावों का निरीक्षण किया।।
IPS अभिनव कुमार अप्रैल 2002 से जून 2004 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के एडीसी के रूप में कार्य किया।उन्हें दो राज्यपालों की सेवा करने का सौभाग्य मिला। एडीसी ने अपने दैनिक कार्यों की योजना बनाई और राजभवन (गवर्नर हाउस) की सुरक्षा, औपचारिक और घरेलू स्थापना की निगरानी की। वर्ष 2004 से 2007 तक अभिनव ने हरिद्वार जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के रूप में कार्य किया। अभिनव कुमार जून 2007 से जुलाई 2009 तक डीजीपी/एसएसपी एसटीएफ के सहायक रहे। फरवरी 2008 से एसएसपी स्पेशल टास्क फोर्स की अतिरिक्त जिम्मेदारी के साथ जून 2007 से पुलिस महानिदेशक और एसपी अपराध/कानून एवं व्यवस्था के सहायक के रूप में कार्य भी किया। वही जुलाई 2009 से जुलाई 2010 तक एसएसपी देहरादून के रूप में कार्य किया। जुलाई 2010 से अप्रैल 2011 तक डीआइजी अपराध कानून एवं व्यवस्था/डीजीपी के सहायक ने पदोन्नति के बाद डीआइजी पुलिस मुख्यालय और डीजीपी के सहायक के रूप में कार्य किया।
जुलाई 2011 से अक्टूबर 2011 तक अतिरिक्त सचिव गृह के समवर्ती प्रभार के साथ सीएम कार्यालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्य करते हुए, अभिनव कुमार ने पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, स्कूल शिक्षा, ग्रामीण विकास जैसे प्रमुख विभागों की निगरानी का प्रभारी वाला कार्य बखूबी निभाया। जबकि इसी बीच पर्यटन,आपदा प्रबंधन, जेल और धार्मिक मामलों में कुछ बहु-विषयक योजनाओं और पहलों की भी निगरानी कार्य देखा।।मुख्यमंत्री अतिरिक्त सचिव गृह के रूप में कानून और व्यवस्था, अधीनस्थ पुलिस प्रतिष्ठान,जेल, होम गार्ड और मानवाधिकार से संबंधित क्षेत्रों की जिम्मेदारी देखी। डीआइजी सीआईडी के रूप में अभिनव कुमार द्वारा सीआईडी मुख्यालय, सेक्टर देहरादून और सेक्टर हल्द्वानी के काम की निगरानी कर जिम्मेदार कार्य देखा।
अभिनव कुमार ने नवंबर 2012 से जून 2014 मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली में डॉ शशि थरूर के निजी सचिव के रूप में एक केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव के रूप में मंत्री के आधिकारिक कर्तव्यों से संबंधित सभी व्यवस्थाओं की देखभाल को बखूबी निभाया। अभिनव जुलाई 2014 से मार्च 2016 तक भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल मुख्यालय में डीआइजी प्रोक्योरमेंट और लद्दाख सेक्टर उन्होंने कार्यभार संभाला। अभिनव बीएसएफ, चंडीगढ़ में आईजी के रूप में रहे, दिसंबर 2020 से 31 दिसंबर 2020 तक पुलिस मुख्यालय देहरादून स्थित प्रभारी एडीजी प्रशासन, उत्तराखंड पुलिस के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।जबकि जनवरी 2021 से 26 जुलाई2023 तक पुलिस मुख्यालय देहरादून में एडीजी प्रशासन, उत्तराखंड पुलिस का पदभार ग्रहण किया।
09 जुलाई 2021 से 20 अप्रैल 2022 तक
आईपीएस अभिनव कुमार उत्तराखंड मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रमुख सचिव, विशेष प्रमुख सचिव, सूचना,विशेष प्रमुख सचिव, युवा कल्याण एवं खेल के रूप में अतिरिक्त कार्यभार संभाला। जुलाई 2023 से अब तक अभिसूचना/सुरक्षा पर आधारित उत्तराखंड पुलिस में एडीजी अभिसूचना/सुरक्षा के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।।